👉 सैयद वंश (दिल्ली सल्तनत)-
✍ शासन काल- 1414-1451 ई.
✍ प्रथम शासक/ संस्थापक- खिज्र खाँ
✍ अंतिम शासक- अलाउद्दीन आलम शाह
👉 खिज्र खाँ-
✍ तैमूर लंग ने भारत (दिल्ली) से लौटते वक्त अपना साम्राज्य सैनापति खिज्र खाँ को सौंप दिया था और खिज्र खाँ ने ही दिल्ली में सैयद वंश कि स्थापना की थी।
👉 खिज्राबाद-
✍ यह शहर दिल्ली के पास खिज्र खाँ ने ही बसाया था और इसी को अपनी राजधानी बनाया था।
👉 रैय्यत-ए-आला-
✍ यह उपाधि खिज्र खाँ ने धारण की थी।
👉 अलाउद्दीन आलम शाह-
✍ यह सैयद वंश का अंतिम शासक है जिसने 1451 ई. में अपनी इच्छा से सुल्तान की गद्दी बहलोल लोदी के समर्थन में छोड़ दी थी।
✍ यह दिल्ली सल्तनत का एकमात्र ऐसा सुल्तान है जिसने अपनी इच्छा से सुल्तान की गद्दी छोड़ी थी।
✍ शासन काल- 1414-1451 ई.
✍ प्रथम शासक/ संस्थापक- खिज्र खाँ
✍ अंतिम शासक- अलाउद्दीन आलम शाह
👉 खिज्र खाँ-
✍ तैमूर लंग ने भारत (दिल्ली) से लौटते वक्त अपना साम्राज्य सैनापति खिज्र खाँ को सौंप दिया था और खिज्र खाँ ने ही दिल्ली में सैयद वंश कि स्थापना की थी।
👉 खिज्राबाद-
✍ यह शहर दिल्ली के पास खिज्र खाँ ने ही बसाया था और इसी को अपनी राजधानी बनाया था।
👉 रैय्यत-ए-आला-
✍ यह उपाधि खिज्र खाँ ने धारण की थी।
👉 अलाउद्दीन आलम शाह-
✍ यह सैयद वंश का अंतिम शासक है जिसने 1451 ई. में अपनी इच्छा से सुल्तान की गद्दी बहलोल लोदी के समर्थन में छोड़ दी थी।
✍ यह दिल्ली सल्तनत का एकमात्र ऐसा सुल्तान है जिसने अपनी इच्छा से सुल्तान की गद्दी छोड़ी थी।